NCERT Class 8 Hindi Vasant Bhag 3 Seventh Chapter Kya Nirasha Hua Jaye Exercise Question Solution
क्या निराशा हुआ जाए
आपके विचार से
(1) लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
(2) समाचार – पत्रों, पत्रिकाओं और टेलीविजन पर आपने ऐसी अनेक घटनाएँ देखी -सुनी होंगी जिनमें लोगों ने बिना किसी लालच के दूसरों की सहायता की हो या ईमानदारी से काम किया हो। ऐसे समाचार तथा लेख एकत्रित करें और कम – से कम दो घटनाओं पर अपनी टिप्पणी लिखें।
(3) लेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेलवे के टिकट बाबू और बीएस कंडक्टर की अच्छाई और ईमानदारी की बात बताई है आप बजी अपने या अपने किसी परिचित के साथ हुई किसी घटना के बारे में बताइए जिसमें किसी ने बिना किसी स्वार्थ के भलाई, ईमानदारी और अच्छाई के कार्य किए हों।
पर्दाफ़ाश
(1) दोषों का पर्दाफ़ाश करना कब बुरा रूप ले सकता है?
(2) आजकल के बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल ‘दोषों का पर्दाफ़ाश ‘ क्र रहे है। इस प्रकार के समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क सहित विचार लिखिए?
कारण बताइए
निम्नलिखित के संभावित परिणाम क्या – क्या हो सकते हैं ? आपस में चर्चा कीजिए , जैसे – ” ईमानदारी को मूर्खता का पर्याय समझ जाने लगा है। ” परिणाम – भ्रष्टाचार बढ़ेगा।
(1) “सचाई केवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है।”…….
(2) “झूट और फरेव का रोज़गार करनेवाले फल – फूल रहे हैं।”…..
(3) “हर आदमी दोषो अधिक दिख रहा है, गुणी कम।” ……
दो लेखक और बस यात्रा
आपने इस लेख में एक बीएस की यात्रा के बारे में पढ़ा। इससे पहले भी आप एक बस यात्रा के बारे में पढ़ चुके हैं। यदि दोनों बस – यात्राओं के लेखक आपस में मिलने तो एक – दूसरे को कौन – कौन सी बातें बताते ? अपनी कल्पना से उनकी बातचीत लिखिए।
सार्थक शीर्षक
(1) लेखक ने लेख का शीर्षक ‘क्या निराशा हुआ जाए ‘ क्यों रखा होगा? क्या आप इससे भी बेहतर शीर्षक सूझ सकते हैं ?
(2) यदि ‘क्या निराश हुआ जाए ‘ के बाद कोई विराम चिन्ह लगाते के लिए कहा जाए तो आप दिए गए चिन्हों में से कौन – सा चिह लगाएँगे? अपने चुनाव का कारण भी बताइए। – , । , ! ? . ; – , …. ।
“आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।” क्या आप इस बात से सहमत हैं ? तर्क सहित उत्तर दीजिए।
सपनों का भारत
“हमारे महान मनीषियों के सपनों का भारत है और रहेगा।”
(1) आपके विचार से हमारे महान विद्धानों ने किस तरह के भारत के सपने देखे थे? लिखिए।
(2) आपके सपनों का भारत कैसा होना चाहिए? लिखिए।
भाषा की बात
(1) दो शब्दों के मिलने से समास बनता है। समास का एक प्रकार है – द्वंद्व समास। इसमें दोनों शब्द प्रधान होते हैं। जब दोनों भाग प्रधान होंगे तो एक-दूसरे में द्वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता, जैस – चरम और परम = चरम-परम, भीरु और बेबस = भीरू-बेबस। दिन और रात = दिन-रात।
‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है। द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।
Ans :-
(1) सुख और दुख – सुख-दुख
(2) भूख और प्यास – भूख-प्यास
(3) हँसना और रोना – हँसना-रोना
(4) आते और जाते – आते-जाते
(5) राजा और रानी – राजा-रानी
(6) चाचा और चाची – चाचा-चाची
(7) सच्चा और झूठा – सच्चा-झूठा
(8) पाना और खोना – पाना-खोना
(9) पाप और पुण्य – पाप-पुण्य
(10) स्त्री और पुरूष – स्त्री-पुरूष
(11) राम और सीता – राम-सीता
(12) आना और जाना – आना-जाना
(2) पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण खोजकर लिखिए।
Ans :- व्यक्तिवाचक संज्ञा: रबींद्रनाथ टैगोर, मदनमोहन मालवीय, तिलक, महात्मा गाँधी आदि। जातिवाचक संज्ञा: बस, यात्री, मनुष्य, ड्राइवर, कंडक्टर, हिन्दू, मुस्लिम, आर्य, द्रविड़, पति, पत्नि आदि। भाववाचक संज्ञा: ईमानदारी, सच्चाई, झूठ, चोर, डकैत आदि।
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